Anugoonj
Sunday 2 June 2013
दोहा
सूखी नदिया प्रेम की, उजड़ा मन का गाँव।
कब तक खीचूं रेत में, उम्मीदों की नाँव।।
Sunday 11 March 2012
मेरे सभी साहित्यिक मित्रो एवं पाठको का "
अनुगूंज"
ब्लॉग पर स्वागत है
फुरसत के कुछ क्षण हमारे इस ब्लॉग पर हमारे साथ बिताये
धन्यवाद ।
होली की शुभकामनाये
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